आपकी पहली गर्भावस्था मुलाकात आपके गर्भधारणा के 6ठें से 12वें सप्ताह के बीच की तारीख होती है। इस समय तक आपकी गर्भावस्था के लक्षण पूरी तरह प्रकट हो चुके होते हैं। काफी संभावना है कि आप पहले से ही मतली और उल्टी जैसी मार्निंग सिकनेस के लक्षणों से पीड़ित हो सकती हैं। इसलिए, अपनी मुलाकात उस समय तय करने का प्रयास करें जब आप सबसे सहज और सुविधाजनक स्थिति में हों।
चीजें जिनके बारे में डॉक्टर आपसे आपकी पहली मुलाकात में पूछ सकते हैं
आपका अंतिम मासिक धर्म (एलएमपी): आपको अपनी एलएमपी की तारीख बताने के लिए कहा जायेगा ताकि आपके ईडीडी (अनुमानित नियत तारीख) की गणना की जा सके।
आपकी पिछली प्रसूति का इतिहास: डॉक्टर आपसे आपके प्रसूति इतिहास के बारे में पूछ सकते हैं और किसी भी पूर्व प्रसव, गर्भपात या गर्भसमापन के बारे में भी पूछ सकते हैं। यह आपके प्रसवपूर्व देखभाल की योजना बनाने में और आपके प्रसव में भी चिकित्सक को मदद करता है।
टीबी, अस्थमा, मधुमेह, उच्च रक्तचाप, हृदय रोग, पीलिया आदि की चिकित्सा के बाद के इतिहास के बारे में भी पूछा जाएगा।
किसी भी दवा से एलर्जी के बारे में अपने चिकित्सक को स्पष्ट रूप से बताया जाना चाहिए, ताकि वह एलर्जी की जटिलता से बचने के लिए दवा निर्धारित करते समय सावधानी रख सके।
माता-पिता दोनों के रोग का इतिहास: होने वाले मां और पिता से उनकी बीमारी के इतिहास के बारे में पूछताछ की जाती है।इसकी बच्चे के विकास में एक बहुत ही महत्वपूर्ण भूमिका होती है। इसके अलावा, मां की बीमारी के इतिहास की मदद से उसके जोखिम का मूल्यांकन भी किया जा सकता है।
पारिवारिक बीमारी का इतिहास या आनुवांशिक बीमारियां: यह विकसित होते भ्रूण के संभावित खतरों को जानने में मदद करता है। चिकित्सक आपको समय पर सुधारात्मक उपाय प्रदान करने के लिए उच्च संवेदनशीलता वाले रोगों की जांच कराने के लिए कह सकते हैं।
मेडिकल स्क्रीनिंग: आपकी आनुवांशिक बीमारियां जैसे डाउन सिंड्रोम और स्पिना बिफिडा के लिए भी जांच की जा सकती है। यदि आप या आपके जीवन साथी के आनुवांशिक बीमारियों का पारिवारिक इतिहास है, तो आपका डॉक्टर आपको इस तरह के जोखिम के लिए परीक्षण करना चाह सकता है। आपको 10 से 12 हफ्ते की गर्भावस्था के दौरान आपके गर्भ नाल के छोटे नमूने पर किया जाने वाला सीवीएस (कोरिओनिक विलस सैम्पलिंग) कराने के लिए कहा जा सकता है। डॉक्टर आपको आपकी गर्भावस्था के 16 वें सप्ताह में, एक सिरिंज का उपयोग कर के इकट्ठा किए गए, गर्भ के अम्नीओटिक तरल पदार्थ के एक छोटे से नमूने पर किए जाने वाले एक एम्नियोसेंटेसिस के लिए भी कह सकते हैं।
रक्त परीक्षण: हेमोग्लोबिन, आरबीसी गणना, ब्लड ग्रूप , आरएच फैक्टर, एचआईवी, हेपेटाइटिस बी, वीडीआरएल, मधुमेह, थायरॉयड क्रियाशीलता परीक्षण और अन्य सामान्य संक्रमण के लिए आपको कुछ रक्त परीक्षण कराने के लिए कहा जा सकता है।
मूत्र परीक्षण: मूत्र में किसी प्रोटीन या किसी संक्रमण की जांच के लिए आपको अपने मूत्र का एक नमूना देने के लिए कहा जा सकता है।
जुड़वाँ की पहचान करने के लिए अल्ट्रासाउंड: यदि आपको संदेह है कि आपके पेट में जुड़वा बच्चे हैं, तो अल्ट्रासाउंड स्कैन दो जुड़वा भ्रूणों के विकास को दिखाकर इसकी पुष्टि कर सकता है। आपका डॉक्टर डॉपलर द्वारा दिल की धड़कन की गिनती से भी इसकी पुष्टि कर सकता है जो दो दिलों की धड़कन की पहचान करने में मदद करता है।
रक्तचाप: आपके रक्तचाप की जांच की जाती है और इसे गर्भावस्था में भावी मुलाकातों के लिए आधारभूत संदर्भ के रूप में माना जाता है।
आपकी लंबाई और वजनः डॉक्टर आपके बॉडी मास इंडेक्स (बीएमआई) की गणना करने के लिए आपसे आपका वजन और लंबाई भी पूछ सकते हैं। यदि आपकी बीएमआई 30 से अधिक है, तो यह गर्भावधि मधुमेह के एक संभावित जोखिम को इंगित करता है। इसलिए, आपको इसे नियंत्रित करने के उपायों के बारे में सलाह दी जा सकती है।
मातृत्व कार्ड तैयार करना: आपकी भावी मुलाकातों की योजना बनाई जाएगी और आपके लिए एक मातृत्व कार्ड बनाया जाएगा।
अपने चिकित्सक से चर्चा करें।
आप अपनी गर्भावस्था और स्वास्थ्य के संदर्भ में अपने प्रश्नों को भी पूछ सकती हैं। अपने डॉक्टर से बात करने में संकोच न करें और अपने संदेह को हमेशा स्पष्ट कर लें, चाहे वह आहार, व्यायाम, स्वास्थ्य के बारे में हो या आपके बच्चे के विकास के बारे में।
जाने से पहले, कृपया याद रखें कि आपकी पहली प्रसवपूर्व मुलाकात बहुत महत्वपूर्ण है क्योंकि आपका डॉक्टर इस बैठक में आपके बच्चे के स्वास्थ्य का प्रारंभिक आकलन करने का प्रयास करता है। अपनी चिंताओं के बारे में अपने चिकित्सक से चर्चा करें। यह आपकी स्थिति के सही मूल्यांकन में मदद करता है।
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